कानपुर न्यूज डेस्क: गंगा नदी पर भीड़ और जाम की परेशानी लगातार बढ़ रही थी, इसलिए अब कानपुर के सफ़र को आसान बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है। यूपीसीडा ट्रांसगंगा सिटी पुल बनाने जा रहा है, जिसकी लंबाई 4.2 किमी होगी। यह नया फोर-लेन पुल जाजमऊ पुल का दबाव कम करेगा और कानपुर–उन्नाव–लखनऊ मार्ग पर तेज़ और सुरक्षित सफ़र देगा। अधिकारियों के अनुसार निर्माण का काम अगले महीने से शुरुआत लेने वाला है।
करीब 799 करोड़ रुपये की लागत वाला यह पुल सभी जरूरी अनुमति प्राप्त कर चुका है और काम की निगरानी सेतु निगम करेगा। जैसे ही पुल बनकर तैयार होगा, शहर की कनेक्टिविटी को नई दिशा मिलेगी। अभी पुराना गंगापुल बंद है, बैराज से मार्ग रोका हुआ है और एक्सप्रेसवे भी अधूरा है, ऐसे में ट्रांसगंगा पुल शहर को बड़ी राहत देने वाला है।
पुल बनने के बाद भैरव घाट रोड और धोबीघाट की ओर दो-दो लेन जुड़ेंगी, जिससे जाम की स्थिति का समाधान होगा। उद्योग जगत के लोग भी इस परियोजना को शहर के विकास की बड़ी उम्मीद मान रहे हैं, क्योंकि बेहतर मार्ग मिलने से निवेश और औद्योगिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी। सेतु निगम का लक्ष्य है कि तीन साल के भीतर पूरा निर्माण कार्य कर दिया जाए।
एमडी धर्मवीर सिंह ने बताया कि यह पुल सिर्फ राहगीरों के लिए नहीं, बल्कि व्यापार और रोजगार के लिए भी नई संभावनाएँ खोलेगा। आने वाले समय में यह पुल कानपुर के लिए विकास का नया दरवाज़ा बनेगा—यात्रा में समय बचेगा, परेशानी कम होगी और शहर के विकास को नई गति मिलेगी।